65 लाख रुपये खर्च कर पहुंचा अमेरिका तो हाथ में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां लेकर वापस पहुंचा घर
अमेरिका ने भारत के 104 अवैध अप्रवासियों को वापस भारत भेज दिया है। इन लोगों की कहानी भारत से अमेरिका तक की यात्रा से लेकर वापसी तक बेहद दर्दनाक रही।

104 illegal immigrants : अमेरिका ने भारत के 104 अवैध अप्रवासियों को वापस भारत भेज दिया है। इन लोगों की कहानी भारत से अमेरिका तक की यात्रा से लेकर वापसी तक बेहद दर्दनाक रही। अमेरिका से रवाना हुआ सी-17 विमान बुधवार को अमृतसर पहुंचा, लेकिन इस विमान में सवार 104 अप्रवासियों ने अपने जीवन के सबसे कठिन 40 घंटे बिताए। विमान में सवार हरविंदर सिंह ने अपने उन 40 घंटों के दर्दनाक अनुभव को साझा किया।
उन्होंने बताया कि पूरे 40 घंटे तक उनके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बंधी रहीं। उन्हें इतनी सख्ती से रोका गया कि वे अपनी सीट से एक इंच भी हिल नहीं सके। यहां तक कि वॉशरूम जाने के लिए भी उन्हें बार-बार अनुरोध करना पड़ा। टेक्सास के सेंट एंटोनियो एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने इन्हें बेड़ियों में जकड़कर मिलिट्री प्लेन में चढ़ाया। भारत पहुंचने तक का 40 घंटे का सफर इन लोगों ने बंधे हाथ-पैरों के साथ ही तय किया।
कुछ अप्रवासियों ने मीडिया को बताया कि उन्हें विमान में एक ही सीट पर बैठे रहने के लिए मजबूर किया गया। वॉशरूम जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन जब लोगों ने जोर दिया तो विमान क्रू ने उन्हें वॉशरूम तक ले जाकर अंदर धकेल दिया। अप्रवासियों ने यह भी बताया कि उन्हें बहुत कम मात्रा में खाना दिया गया, जिसे उन्हें बंधे हाथों से ही खाना पड़ा।
डिपोर्ट किए गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। अमेरिका से भारत के बीच विमान ने चार बार रीफ्यूलिंग के लिए स्टॉप लिया, लेकिन अंदर बैठे लोगों को विमान से उतरने की अनुमति नहीं थी। अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने एक लाइन में चेन से बंधे भारतीयों को विमान में चढ़ाया। विमान में पंजाब के 30, हरियाणा और गुजरात के 33-33 लोग शामिल थे। इसके अलावा, विमान में 11 क्रू मेंबर और 45 अमेरिकी अधिकारी भी सवार थे।