9 साल का बच्चा बना ADG ,पुलिसकर्मियों ने किया सैल्यूट !
एक 9 साल के बच्चे को ADG बना दिया जाता है। इस बच्चे पर ना कोई लॉ और ना कोई आर्डर काम आया इस 9 साल के ADG का नाम है प्रभात रंजीत कुमार भारती |
एक ADG का पद पाने के लिए आपके हिसाब से किसी व्यक्ति की उम्र क्या होनी चाहिए ? अगर हम आपको बताए की वाराणसी में 9 साल के बच्चे को एक दिन के लिए एडीजी जोन बनाया गया तो ये सुन कर आप भी सोच में पड़ गए होंगे की आखिर ऐसा कैसे संभव है ,जहा एक तरफ इस पद को पाने के लिए लोग सालो साल कड़ी मेहनत करते है ,वही अचानक से एक 9 साल के बच्चे को ADG बना दिया जाता है। इस बच्चे पर ना कोई लॉ और ना कोई आर्डर काम आया क्योकि इस ADG बच्चे की कहानी ही कुछ ऐसी है। इस 9 साल के ADG का नाम है प्रभात रंजीत कुमार भारती है ,दरहसल पिछले साल ही ये जानकारी सामने आई की प्रभात भारती ब्रेन कैंसर से पीड़ित है।
प्रभात भारती ने IPS बनने की इच्छा जाहिर की
तभी मेक ए विश नाम के एक NGO ने ९ साल के कैंसर पीड़ित प्रभात भारती से कैंसर हॉस्पिटल में मुलाक़ात की और उनकी इच्छाएं जानने की कोशिश की तो प्रभात भारती ने IPS बनने की इच्छा जाहिर की थी। मेक ए विश नामक संस्था की ओर से गंभीर रूप से पीड़ित बच्चों की इच्छाओं को पूरा कराया जाता है। बस फिर क्या था NGO के लोगों ने इसकी जानकारी ADG जोन पीयूष मोर्डिया को दी और इसके बाद मंगलवार को बच्चे को उसके पिता रंजीत और मां संजू के साथ ADG ऑफिस बुलाया गया। इस दौरान NGO के लोग भी वहा मौजूद रहे।
9 साल के ADG को अफसरों ने किया सैल्यूट
प्रभात भारती के एडीजी जोन कार्यालय पहुंचने पर एडीजी जोन वाराणसी आईपीएस पीयूष मोर्डिया ने फूलों के गुलदस्ते के साथ उनका स्वागत किया और अपनी कुर्सी पर बिठाया और इसके बाद जो हुआ वो शायद ही पहले कभी हुआ हो ,प्रभात रंजीत कुमार भारती ने एडीजी ऑफिस के अफसर और कर्मचारियों को सबसे पहले जनता की शिकायतों को सुनने और उनसे छुटकारा दिलाने की बात कही इस दौरान एडीजी ऑफिस के अफसरों ने सैल्यूट देकर प्रभात भारती को यकीन दिलाया की उनके दिए हुए निर्देशों का पालन होगा। बता दें कि प्रभात भारती का ड्रेस भी हूबहू एडीजी जोन जैसा ही तैयार कराया गया था। इसके बाद प्रभात को जिप्सी में बैठाकर घुमाया गया। अपनी इच्छा पूरी होती देख प्रभात भारती काफी खुश नजर आये।
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