‘माया दर्पण’ और ‘कस्बा’ के निर्देशक कुमार साहनी का निधन, 83 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
मशहूर फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक कुमार साहनी का निधन हो गया है। उन्होंने 83 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वे ‘माया दर्पण’, ‘तरंग’, ‘ख्याल गाथा’ और ‘कस्बा’ जैसी फिल्मों के निर्देशक के लिए जाने जाते थे। निर्देशक के अलावा कुमार ने लेखक और शिक्षक के तौर पर भी अपनी पहचान बनाई। उनके निधन से इंडस्ट्री में गम का माहौल है।
कुमार ने इन फिल्मों का किया निर्देशन
सात दिसंबर 1940 को लरकाना में जन्मे कुमार बाद में अपने परिवार के साथ मुंबई चले गए। उन्होंने पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से स्नातक किया। कुमार फ्रांस गए और रॉबर्ट ब्रेसन को उनकी फिल्म यूने फेम डूस में सहायता की। वे निर्देशक ऋत्विक घटक और रॉबर्ट ब्रेसन को अपना शिक्षक मानते थे। निर्मल वर्मा की कहानी पर आधारित कुमार साहनी की ‘माया दर्पण’ ने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। कुमार ने ने ‘तरंग’, ‘ख्याल गाथा’, ‘कस्बा’ और ‘चार अध्याय’ जैसी अन्य बेहतरीन फिल्मों का भी निर्देशन किया।
संगीत और नृत्य पर आधारित बनाई ये फिल्में
संगीत और नृत्य पर आधारित दो फिल्मों में उन्होंने रोजमर्रा की जिंदगी की झलक दिखाई। कुमार साहनी ने 1989 में ख्याल गाथा और 1991 में भावनाथराना का निर्माण किया। 1997 में कुमार साहनी ने रवीन्द्रनाथ टैगोर के उपन्यास चार अध्याय पर फिल्म बनाई। ओडिसी नृत्यांगना नंदिनी घोषाल ने मुख्य भूमिका निभाई।