Haryana: 12 वर्ष के कार्तिकेय ने 3 APP बना कर बनाया, गिनीज वर्ल्ड बुक में अपना नाम !

Haryana Jhajjar: मोबाइल फ़ोन आधुनिक ज़माने की ज़रूरत हो गयी है। इसी मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल से 12 साल के एक लड़के ने ऐसा काम कर दिखाया

Haryana Jhajjar:  मोबाइल फ़ोन आधुनिक ज़माने की ज़रूरत हो गयी है। इसी मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल से 12 साल के एक लड़के ने ऐसा काम कर दिखाया जिसे ना तो केवल उसके परिवार बल्कि पूरे देश को ऐसे लाल पर नाज़ हो रहा हैं। झज्जर के कार्तिकेय जाखड़ ने तीन एप्लिकेशन बनाए। और अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पंजीकृत किया है।

कार्तिकेय जाखड़ झज्जर जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा 8 के छात्र हैं। उनके पिता एक किसान हैं, कोविड -19 महामारी के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं के लिए उन्होंने एक मोबाइल फोन खरीदा था , जिसकी कीमत लगभग 10,000 रुपये थी। उसी मोबाइल के उपयोग से कार्तिकेय ने तीन लर्निंग अप्प डेवेलोप किया और साथ ही अपनी प्रतिभा का उपयोग करके अमेरिका में हार्वर्ड विश्वविद्यालय तक रास्ता बनाया।

देते है मुफ्त प्रशिक्षण

कार्तिकेय जाखड़ ने तीन एप्लिकेशन बनाए जिसमे से एक सामान्य ज्ञान के लिए है जिसका नाम ल्यूसेंट जी.के. ऑनलाइन है। दूसरा कोडिंग और ग्राफिक डिजाइनिंग के लिए है ,जिसे राम कार्तिक लर्निंग सेंटर कहा जाता है और तीसरा श्री राम कार्तिक डिजिटल एजुकेशन है । ये ऐप वर्तमान में 45,000 से अधिक छात्रों को मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।

मोदी स्कीम से मिली प्रेरणा

कार्तिकेय जाखड़ बताते है कि उन्हें यह प्रेरणा पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान से प्रेरणा मिली है। साथ ही कहा कि , मैं भी देश की सेवा करना चाहता हूं। अपने काम के बारे में बताते हुए कार्तिकेय जाखड़ कहते है कि उन्हें शुरू में कोडिंग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और उन्होंने यूट्यूब के जरिये अपने काम को पूरे लगन से किया।

क्या कहते है पिता

कार्तिकेय जाखड़ पिता अजीत जाखड़ ने कहा कि वह जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल ऑनलाइन कक्षाओं के लिए कर रहा था। उसकी स्क्रीन खराब हो गई, लेकिन उनकी प्रेरणा और उत्साह ने उन्हें तीन एप्लिकेशन विकसित करने के रास्ते पर ले लिया।

CM मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए प्रेरित किया और कहा कि  “मैं सरकार से मेरे बेटे की मदद करने का अनुरोध करता हूं ताकि वह और अधिक एप्लिकेशन विकसित कर सके और आगे बढ़ सके। वह बहुत प्रतिभाशाली है। मैं चाहता हूं कि वह डिजिटल तकनीक में देश की सेवा करें।”

 

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए प्रेरित किया, “खेल, पढ़ाई और कला के बाद अब मेरे बच्चे तकनीक के क्षेत्र में हरियाणा का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं। झज्जर के 12 वर्षीय छात्र कार्तिकेय ने एक लर्निंग ऐप विकसित करके सबसे कम उम्र के ऐप डेवलपर होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उनके पूरे परिवार को बधाई और शुभकामनाएं।”

झज्जर के डिप्टी कमिश्नर कैप्टन शक्ति सिंह ने भी कहा, “हम अन्य छात्रों के साथ कार्तिकेय के एक सत्र की व्यवस्था करेंगे ताकि उन्हें भी प्रेरणा मिल सके।

 

 

 

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